🌹मुहब्बत के दुश्मन क्या जाने 🌹🌹मुहब्बत की तड़प मुहब्बत की जुदाई को 🌹 🌹जिसने की है मुहब्बत उसे पता है मुहब्बत क्या है 🌹 🌹जिसने कभी दिल ना लगाया हो वो क्या जाने मुहब्बत की गहराई को 🌹
🌹कसूर तेरा है ना कसूर मेरा है 🌹🌹तुमसे निगाह मिली और प्यार हो गया🌹🌹भुला बैठे हम जमाने को तुमसे मिलने के बाद 🌹 🌹ये दिल तुम्हारी मुहब्बत में तुम्हारा तलबगार हो गया 🌹
🌹मुहब्बत के दुश्मन क्या जाने 🌹🌹मुहब्बत की तड़प मुहब्बत की जुदाई को 🌹 🌹जिसने की है मुहब्बत उसे पता है मुहब्बत क्या है 🌹 🌹जिसने कभी दिल ना लगाया हो वो क्या जाने मुहब्बत की गहराई को 🌹
🌹मुहब्बत करने की क्या खूब सजा हमने पाई है 🌹🌹तन्हाई से दोस्ती है अपनी नसीब में जुदाई है 🌹 🌹उनको बेवफा कहूं की जमाने को दोष दूं 🌹 🌹क्या कहूं यारो जब मेरी क़िस्मत ही हरजाई है 🌹